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देश में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनने के लिए लगातार प्रयासरत राजस्थान में शिक्षा की गुणवत्ता और उन्नतता की ओर ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश की उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने मंगलवार को प्रदेश के सभी इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्नीक कॉलेजों के प्राचार्यों व राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की थीं। इस चर्चा द्वारा मंत्री ने प्रदेश की उच्च तकनीकी शिक्षा व्यवस्था के सभी पहलुओं का आंकलन कर सरकार की प्रस्तावित कार्यनीति और शिक्षा क्षेत्र में किये जा रहे सुधारों के बारें में महाविद्यालयों के प्राचार्यों व अधिकारियों को अवगत करवाया। साथ ही अपने संस्थानों की शिक्षा व्यवस्था में सकारात्मक काम करने के निर्देश दिए।

छात्रों के प्लेसमेंट में होगी वृद्धि, शिक्षकों की कमी होगी दूर:

मंत्री किरण माहेश्वरी ने इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों के प्लेसमेंट के बारे में जानकारी ली। मंत्री महोदया ने कहा कि सरकार छात्रों के सुनहरे भविष्य के लिए काम कर रही है। ऐसी व्यवस्था बनाई जाएगी कि इन शैक्षणिक संस्थानों से पढ़कर निकले छात्र अपने भविष्य को सुरक्षित पाए। सरकार की ओर से बनाई गयी कार्यनीति से छात्रों के प्लेसमेंट में बढ़ोतरी होगी और इन संस्थानों में शिक्षकों की कमी भी दूर की जाएगी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान पिछले 3 सालों में अभियांत्रिकी और पॉलीटेक्नीक महाविद्यालयों में विद्यार्थियों के प्रवेश की स्थिति और उनके सुधार के प्रयास के लिए सुझाव भी साझा किये गए।

कोटा तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा दिया जायेगा मार्गदर्शन:

उच्च शिक्षा एवं तकनीकी मंत्री किरण माहेश्वरी ने राज्य के तकनीकी संस्थानों में पढाये जाने वाले अभियांत्रिकी के पाठ्यक्रमों को बेहतर बनाकर उन्नत बनाने के लिए कोटा शहर के तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा राज्य के प्रत्येक राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालयों को मार्गदर्शन देने का निर्देश दिया। इन महाविद्यालयों में कोटा, तकनीकी महाविद्यालय द्वारा एक दिवसीय वर्कशॉप आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए। मंत्री माहेश्वरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में राज्य के इन अभियांत्रिकी और पॉलीटेक्नीक कॉलेजों के छात्रों को विभिन्न स्रोतों से मिलने वाली छात्रवृत्ति की भी जानकारी ली।

त्रिवर्षीय कार्ययोजना बनाकर काम किया जाये:

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा राज्य के तकनीकी संस्थानों के सुधारों की समीक्षा कर रही मंत्री किरण माहेश्वरी ने प्रदेश के सभी राजकीय अभियांत्रिकी महाविद्यालयों को तीन वर्ष की कार्यनीति बनाकर सुधार की दिशा में काम करने के निर्देश दिए। मंत्री ने इन महाविद्यालयों को सरकार की ओर से हर तरह की सहायता देने की बात कही। अभियांत्रिकी महाविद्यालयों में प्रवेश के कम होते आंकड़ों को बढ़ाने और बेहतर कार्य योजना के आधार पर काम करने के निर्देश मंत्री महोदया ने दिए। इस बैठक के बाद मंत्री माहेश्वरी ने बताया कि कॉन्फ्रेंसिंग का उद्देश्य राज्य के सभी इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों के प्राचार्यों से सीधे संवाद कर उनके व्यवहारिक सुझावों को जानना था।