देश को चार्टेड अकॉउन्टेंट्स देने वाले दिल्ली स्थित भारतीय सी.ए. संस्थान ने कल मंगलवार को आईपीसी के नतीजे घोषित कर दिए। नतीजों में अखिल भारतीय स्तर पर टॉप- 50 स्थान पर आए विद्यार्थियों में से 13 छात्र प्रदेश की राजधानी जयपुर से हैं। इसी के साथ जयपुर के गौरव सरावगी ने पूरे  भारत में पहला स्थान हासिल किया है। इस परीक्षा में यह पिछले पांच सालों में दूसरा मौका है जब जयपुर से किसी विद्यार्थी ने देशभर में टॉप किया हो। दो ग्रुप में होने वाली इस परीक्षा के फर्स्ट ग्रुप का रिजल्ट 13.85% व सेकंड ग्रुप का रिजल्ट 16.94% रहा। इसी के साथ जयपुर से दोनों ग्रुप का परिणाम करीब 35 फीसदी रहा। यह रिजल्ट पिछले साल की तुलना में 3% ज़्यादा है।

चूरू के रहने वाले गौरव ने जयपुर रहकर की तैयारी:

सीए परीक्षा में देशभर में पहले स्थान पर आने वाले गौरव सरावगी मूलतः राजस्थान के चूरू ज़िलें के रहने वाले हैं। सीए की बेहतर तैयारी करने के लिए जयपुर आकर पढ़ाई की। यहाँ गौरव हॉस्टल में रहे। गौरव ने बताया कि पढ़ाई पर पूरा ध्यान लगाने के लिए स्मार्टफोन नहीं रखता। गौरव ने बताया कि वह फेसबुक या कोई अन्य सोशल एप्प भी उपयोग नहीं करते हैं। सीपीटी के रिजल्ट में गौरव ने 200 में से 194 मार्क्स हासिल किए थे।

ऑल इंडिया टॉप- 50 में जयपुर से 13 विद्यार्थी:

भारतीय सीए संस्थान के नतीजों में प्रथम 50 स्थानों पर आने वाले विद्यार्थियों में से 13 जयपुर से हैं। इनमें गौरव सरावगी के अलावा दिव्या अग्रवाल 5वें, रौशनी 11वें, प्रियंकर 13वें, हर्ष मित्तल 23वें, गुंजन जैन 24वें, ऐश्वर्या 25वें, श्रीराम अग्रवाल 30वें, पीयूष गुप्ता 35वें, नैंसी अग्रवाल 39वें, अमन सराफ 40वें, अनुभव 45वें, और शैफाली जैन 49वें नम्बर पर रहे हैं।

शिक्षा के क्षेत्र में नित नए आयाम के साथ बुलंदियों पर पहुंचा राजस्थान:

राजस्थान आज स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, खेल, पर्यटन के साथ ही शिक्षा में भी भारत के अग्रणी राज्यों में शुमार हो गया है। लगातार आते बेहतर परिणामों के बूते प्रदेश ने शिक्षा के हर विभाग में बेहतरी की मिसाल कायम की है। चाहे मेडिकल एंट्रेंस के लिए एग्जाम हो या इंजीनियरिंग का, क्लैट हो या कॉमर्स सब्जेक्ट का, पिछले तीन सालों से राजस्थान हर जगह अग्रणी रहा है। शानदार परिणाम से राजस्थान ने देश के सभी विकसित राज्यों में अपने को अग्रिम पंक्ति में खड़ा किया है। राजस्थान सरकार के उन्नत प्रयासों और कार्यशैली से प्रदेश ने हर मोर्चे पर तरक्की की है। सुशासन के आधार पर सत्ता सँभालने वाली वसुंधरा सरकार ने राजस्थान को उसका वास्तविक स्वरूप दिया है।