फेस्टिवल ऑफ़ एजुकेशन का आयोजन कर विश्वपटल पर छाया राजस्थान
फेस्टिवल ऑफ़ एजुकेशन का आयोजन कर विश्वपटल पर छाया राजस्थान

आज देश में खेल, स्वास्थ्य, चिकित्सा, बेहतर प्रशासन, हैप्पीनेस इंडेक्स, शिक्षा आदि सभी क्षेत्रों में राजस्थान का ग्राफ लगातार आगे बढ़ रहा है। तेजी से बदलती दुनिया के साथ राजस्थान का परिवेश भी विकसित हो रहा है। शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट सुधार कर राजस्थान सरकार ने आज प्रदेश को शिक्षा नगरी के रूप में पहचान दी है। पिछले तीन साल से राज्य की वसुंधा सरकार ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था में नवाचार की तरफ जो सकारात्मकता दिखाई है उससे आज राजस्थान की शिक्षा व्यवस्था के बारे में देश के हर भाग में चर्चाएं होने लगी है।

फेस्टिवल ऑफ़ एजुकेशन का आयोजन कर विश्वपटल पर छाया राजस्थान

शिक्षक, बुद्धिजीवी तथा फिल्मी सितारों के साथ राजस्थान ने मनाया देश का सबसे पहला एजुकेशन फेस्टिवल।
शिक्षक, बुद्धिजीवी तथा फिल्मी सितारों के साथ राजस्थान ने मनाया देश का सबसे पहला एजुकेशन फेस्टिवल।

देश में पहली बार वृहद् स्तर पर शिक्षा के महोत्सव का आयोजन कर राजस्थान ने विश्वपटल पर अपनी छाप छोड़ी है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के साथ-साथ दुनियाभर के शिक्षाप्रेमियों ने यहाँ अपनी उपस्थिति दर्ज़ करवाई हैं। फेस्टिवल के उदघाटन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर दुनिया की सबसे मज़बूत अर्थव्यवस्थाओं में से एक संयुक्त अरब अमीरात के संस्कृति एवं शिक्षा विकास मंत्री ने सक्रिय रूप से इस कार्यक्रम में भाग लिया।

शिक्षा क्षेत्र में उपलब्धियों से बना उन्नत राजस्थान

आदर्श विद्यालयों से हुआ शिक्षा प्रणाली में सुधार।
आदर्श विद्यालयों से हुआ शिक्षा प्रणाली में सुधार।

पिछले कुछ वर्षों से शिक्षा क्षेत्र में राजस्थान ने लगातार आगे बढ़कर कई पहल की है। इससे प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की तरक्की हुई है। राज्य के बोर्ड परीक्षा परिणामों में साल-दर-साल प्रगति हुई है। राजकीय विद्यालयों के छात्र इन परीक्षाओं में अव्वल आ रहे हैं। इससे राजस्थान के मज़बूत शिक्षा तंत्र का परिचय होता है। बोर्ड की परीक्षाओं में उन्नत परिणाम हासिल करने वाले विद्यार्थियों को राज्य सरकार प्रतिवर्ष लैपटॉप, साइकल, स्कूटी और छात्रवृत्तियां देकर सम्मानित कर रही है। राजस्थान सरकार ने बालिकाओं को शिक्षित बनाकर उनकी क्षमताओं को निखारने की पहल की है। पूरे राज्य के हर ज़िलें में महिलाओं और बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गाँधी और शारदा विद्यालय व छात्रावासों की स्थापना की है। बोर्ड परीक्षाओं में श्रेष्ठ अंक लाकर विद्यालयी शिक्षा से आगे बढ़कर महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाली बालिकाओं को सरकार स्कूटी देकर प्रोत्साहित कर रही है। इससे प्रदेश की बेटियों के सपनों को पर लग गए हैं। प्रदेश में स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल और आदर्श विद्यालयों की स्थापना कर प्रत्येक विद्यार्थी तक गुणवत्तापूर्ण व आधुनिक शिक्षा देने के लिए सरकार काम कर रही है। राजस्थान सरकार की मुखिया वसुंधरा राजे की पहल पर राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को तकनीकी और नवाचार से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए सारे प्रदेश के 2000 से अधिक राजकीय विद्यालयों में सेटेलाइट क्लास रूम स्थापित किए है। छात्रों के मन और विचारों में विज्ञान के प्रसार के लिए इन विद्यालयों में उन्नत ICT लैब की स्थापना की जा रही है। इसी अविरल रूप से आगे बढ़ते हुए राजस्थान का समग्र विकास को अपना ध्येय मानकर राजस्थान की वसुंधरा सरकार प्रदेश को नई बुलंदियों तक लेकर जा रही है।