news of rajasthan
Gagron-Fort-Jhalawar

वसुंधरा राजे सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान में ज़मकर विकास कार्य कराए हैं। सरकार ने पर्यटकों का ध्यान खींचने के लिए विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी है। सरकार की पर्यटन विकास योजना के तहत राज्य में कई स्थल दर्शनीय पर्यटन के रूप में उभरकर सामने आए हैं। जिससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़े हैं और बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है। सरकार का पूरा जोर राज्य के सभी जिलों को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने पर है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गृह जिला झालावाड़ पर्यटन स्थल के रूप में तेजी से पॉपुलर हो रहा है। इस बात का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वर्तमान राजे सरकार के कार्यकाल में यहां पर्यटन विभाग से संबंधित 13 कार्यों पर 4901.21 लाख रुपये के कार्य स्वीकृत हुए हैं। जिले में पर्यटन के विकास के लिए इस बड़ी बजट राशि में यहां कई स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया गया है। जिसमें जीर्णोद्धार, मरम्मत कार्य से लेकर साज-सज्जा तक का कार्य हुआ है।

news of rajasthan
Surya-Mandir-Jhalawar

जिले में पर्यटन विकास को लेकर वर्तमान सरकार की उप​लब्धियां निम्न है:

गढ़ पैलेस, झालावाड़ में जीर्णोद्धार एवं संरक्षण कार्य: मुख्यमंत्री बजट घोषणा वर्ष 2014-15 में गढ़ पैलेस के जीर्णोद्धार और संरक्षण के लिए 492.82 लाख स्वीकृत किए किए थे जिसमें से 250.68 लाख रुपये का कार्य हो चुका है।

गागरोन किला: गागरोन किले के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण कार्य के लिए 492.82 लाख स्वीकृत किए गए थे जिसमें से 164.04 लाख रुपये का कार्य अब तक किया जा चुका है।

कोलवी बौद्ध गुफाएं: कोलवी बौद्ध गुफाओं के संरक्षण एवं पुनरुद्धार कार्य के लिए 67 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। जिसमें से करीब 45 लाख रुपये की राशि के कार्य करवाएं जा चुके हैं।

news of rajasthan
Kolvi-Caves-Jhalawar

गांवड़ी तालाब और चंद्रावत जी बावड़ी: गांवड़ी तालाब के सौंदर्यकरण के लिए अब तक 200 लाख से ज्यादा का काम हो चुका है। वहीं चंद्रावत जी बावड़ी के सौंदर्यकरण के लिए करीब 19 लाख रुपये का कार्य करवाया गया है।

राज्य होटल प्रबंध संस्थान: पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार सृजन करने के लिए एक झालावाड़ में एक राज्य होटल प्रबंध संस्थान खोला जाना है। इसके लिए भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय से 1328 लाख की राशि स्वीकृत की जा चुकी है। इसके खुलने से राज्य के युवा अब पयर्टन प्रबंध की स्टडी यहां से कर सकेंगे।

Read More: राजस्थान पर्यटन विभाग को दो राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार से नवाजा

श्रीपीपाजी धाम: पीपाजी धाम के विकास एवं संरक्षण कार्य के लिए 184.00 लाख की राशि स्वीकृत की गई थी जिसमें से अब तक 111.81 लाख के विकास कार्य हो चुके हैं। झालावाड में 2.98 करोड़ की राशि से संत पीपाजी का पैनारोमा भी बनाया जाएगा। इसके लिए भी राशि स्वीकृत और भूमि आवंटित की जा चुकी है।

श्री द्वाराधीश, झालारापाटन: श्री द्वाराधीश के सौंदर्यकरण एवं विकास के लिए 160.50 लाख रुपये स्वीकृत किए गए हैं। जिसमें से 83.41 लाख रुपये विकास कार्यों में अब तक व्यय हो चुके हैं। महूं बोरदा में संरक्षण एवं पुनरुद्धार कार्य के लिए 3.53 करोड़ के कार्य करवाए जाने हैं जिसमें से अब तक 188.44 लाख रुपये का कार्य किया जा चुका है।

news of rajasthan
Dalhanpur-Jhalawar

दलहनपुर: दलहनपुर का संरक्षण एवं पुनरुद्धार कार्य मार्च 2015 से प्रगति पर है। इस कार्य के लिए 6.28 करोड़ लागत है। जिसमें से अब तक 355.32 लाख का कार्य करवाया जा चुका है। इसके अलावा हाल ही में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने झालावाड़ में LeZgo! ऐप लॉन्च किया था। इस ऐप के जरिए जिले के सभी पर्यटन स्थलों को जोड़ा गया है। ऐप के जरिए पर्यटकों को जानकारी मिल सकेगी। खास बात यह है कि इसे 12 भाषाओं में अनुवाद किया गया है।

विश्व पर्यटन दिवस पर विशेष प्रदर्शनी: 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर कलर्स आॅफ झालावाड़ विषय पर आज से दो दिवसीय प्रदर्शनी लगाई गईं हैं। जिसमें झालावाड़ जिले के पर्यटनों स्थलों सहित विभिन्न सांस्कृतिक रंगों को फोटोग्रा​क्स के जरिए दर्शाया गया है। इसके साथ ही स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न पर्यटन स्थलों पर साफ सफाई भी करवाई जाएगी।