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देश में इस समय राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सरगर्मिया तेज हो रही है इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए अपने प्रत्याशी का सस्पेंस खत्म कर दिया है। अभी तक भाजपा के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के लिए कई नामों का कयास लगाया जा रहा था लेकिन सोमवार को भाजपा ने प्रेसिडेंट पद के प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। भाजपा ने बिहार के गवर्नर और भाजपा के पुराने नेता रामनाथ कोविंद को अपना राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। रामनाथ कोविंद के प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही बधाई संदेसों का मजमा लग गया। प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कोविंद को ट्वीट कर बधाई दी। आईये जानते है कोविंद की राष्ट्रपति पद के लिए कैसे हुआ चयन

जिम्मेदारियों के साथ काम करते है रामनाथ

रामनाथ कोविंद स्वयंसेवक संघ से आते है व भाजपा के पुराने नेता हैं। संघ और भाजपा में कई प्रमुख पदों का संचालन करते हुए ये सांसद भी रहे है। एससीएसटी प्रकोष्ठ के प्रमुख का दायित्व भी निभाया है और संगठन की मुख्यधारा की ज़िम्मेदारियां निभाने में भी कोविंद अग्रणी रहे है। रामनाथ कोविंद कोरी समाज से आने वाले दलित हैं यानी अगर जीत मिलती है तो संभवतया देश के पहले दूसरे राष्ट्रपति बनेंगे।

कम बोलना और ज्यादा काम करना है हॉबी

भाजपा के राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी रामनाथ कोविंद को भाषाओं का अच्छा ज्ञान है। वे दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता के तौर पर कार्य कर चुके है तथा सरकारी वकील भी रहे चुके है। कोविंद मृदुभाषी है और कम बोलकर शांति के साथ काम करना पसंद है। प्रधानमंत्री मोदी को वैसे भी वो लोग पसंद है जो कम बोले और काम ज्यादा करें तो ऐसे में कोविंद का नाम आगे आना स्वभाविक था।

असाधारण राष्ट्रपति होंगे रामनाथ कोविंद: PM MODI

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनाथ कोविंद के चयन के बाद कहा कि रामनाथ कोविंद एक असाधारण राष्ट्रपति होंगे और गरीबों, दलितों तथा वंचितों के लिए लगातार एक मजबूत आवाज बने रहेंगे। प्रधानमंत्री की टिप्पणी भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में राष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार के रूप में कोविंद का नाम घोषित किये जाने के चंद घंटे बाद आयी। मोदी ने ट्वीट किया, ‘मुझे पूरा विश्वास है कि विधि क्षेत्र की उत्कृष्ट पृष्ठभूमि के साथ कोविंद को संविधान की जानकारी और समझ से राष्ट्र को लाभ होगा।