news of rajasthan

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राजस्थान में सभी बिजली उपभोक्ता 2 महीने में एक बार विद्युत बिल चुकाने के आदी हो चुके हैं। लेकिन से बिजली बिल दो नहीं बल्कि हर महीने चुकाना होगा। राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए यह बड़ी खबर आई है। अब बिजली कंपनियां बिजली के बिल हर दो महीने के स्थान पर हर महीने जारी करेंगी। ऊर्जा राज्य मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह ने सरकार के चार साल पूरे होने अवसर पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को राहत देते हुए 1 अप्रैल, 2018 से बिजली का बिल दो महीने के स्थान पर हर माह जारी करने का फैसला लिया है। उन्होंने यह भी बताया कि उपभोक्ताओं की बिजली से संबंधित हर प्रकार की शिकायत के शीघ्र समाधान के लिए प्रत्येक डिस्काम मुख्यालय पर टोल फ्री केन्द्रीकृत कॉल सेन्टर खोले गए हैं। इन काल सेंटर द्वारा प्रतिमाह लगभग एक लाख शिकायतों का समाधान किया जा रहा है।

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बिजली बिल हर महीने जारी करने की वजह के बारे में उन्होंने बताया कि ‘राजस्थान सरकार के प्रयासों से प्रदेश में न केवल बिजली उत्पादन क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि बिजली वितरण कम्पनियों के घाटे में भी आशातीत रूप से कमी आई है। राज्य सरकार राज्य के हर घर तक बिजली पहुंचाने के लिए कृत संकल्पित है। सरकार के प्रयासों से गत चार सालों में बिजली उत्पादन क्षमता में 6 हजार 561 मेगावाट की वृद्धि हुई है।’ उन्होंने बताया कि ‘राज्य सरकार द्वारा पारम्परिक ऊर्जा के साथ साथ अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में वृद्धि के भी अभूतपूर्व प्रयास किए गए हैं। छबड़ा एवं सूरतगढ़ में 660 मेगावाट क्षमता की दो-दो सुपर क्रिटिकल तापीय परियोजना इकाइयां निर्माणाधीन हैं। सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता में वृद्धि के लिए राज्य में 5 हजार 430 मेगावाट क्षमता वाले 6 सौर ऊर्जा पार्क भी स्वीकृत किये गए हैं।

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आपको बता दें कि दो महीने में आने वाले भारी बिजली बिल पर कई बार शिकायते आ चुकी हैं। बिजली बिल के मुताबिक अगर आपका बिजली बिल 50 यूनिट तक आता है तो आपका बिल 3.80 रूपए प्रति यूनिट के हिसाब से आंका जाता है। अगर बिल 51 से 150 तक होती है तो बिल की गणना 6.10 रूपए प्रति यूनिट और 250 यूनिट तक 6.40 रूपए प्रति यूनिट के हिसाब से जारी किया जाता है। स्थाई शुल्क अलग है। प्रत्येक दो महीने में बिल की गणना होने से यूनिट हर तरीके से ज्यादा हो जाता है। ऐसे में उन उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा जिनका बिल 50 यूनिट तक आता है।

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