मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में रिफाइनरी लगाने का संकल्प को फिर से दोहराया हैं। लेकिन मुख्यमंत्री राजे ने यह भा साफ कर दिया है कि अगर राजस्थान में रिफाइनरी लगेगी तो वह बेहतरी के लिए ही लगेगी ना कि नुकसान के लिए। राजस्थान में रिफाइनरी को नुकसान के लिए कभी नही लगाया जाएगा। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने तेल एंव गैस खोज और विपणन मामले में राजस्थान के हितों का ध्यान नही रखने पर नाराजगी भी जाहिर की।

अन्य तेल संपन्न राज्यों के मुकाबले प्रदेश को नही मिली प्राथमिकता

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे में दिल्ली में मंगलवार को पेट्रोटेक-2016 के समानंतर कार्यक्रम के रुप में आयोजित मंत्री स्तरीय फोरम में पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैसे राज्य मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की। इस मौके पर मुख्यमंत्री राजे नें केंद्रीय मंत्री प्रधान से कहा कि राजस्थान के पश्चिमी इलाके के रेगिस्तान में मिले तेल एवं गैस की खोज एवं विपणन मामले में अन्य तेल संपन्न राज्यों के मुकाबले राजस्थान का प्राथमिकता कम मिलती हैं। अगर राज्य को अन्य तेल संपन्न राज्यों जैसा महत्व मिलता तो इस क्षेत्र में राजस्थान कहीं ज्यादा प्रगति करता।

रिफाइनरी से नही चाहती राजस्थान सरकार नुकसान

मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान में रिफाइनरी लगाने के मामले में भी प्रदेश का पक्ष रखा और कहा कि राज्य सरकार रिफाइनरी से किसी तरह का घाटा नही चाहती। रिफाइनरी लगाने से पहले राजस्थान सरकार यह देखेगी की प्रदेश के लोगों को इससे कितनी लाभ हो रहा हैं। इसके अलावा राज्य सरकार को करों के रुप में बेहतर प्राप्ति होगी या नही।

गहलोत सरकार ने किया था घाटे का सौदा

पूर्ववर्ती गहलोत सरकार करे समय में 2011 में सरकार की 26 फीसदी भागीदारी और 3637 करोड़ रुपए सालाना बिना ब्याज के पंद्रह साल तक के लिए लोन के रुप में देने की शर्त पर एचपीसीएल ने रिफाइनरी लगाने का एमओयू किया था। लेकिन भाजपा सरकार ने पूर्ववर्ती गहलोत सरकार के इस निर्णय को घाटे का सौदा करार दिया। मुख्यमंत्री के निर्देशों पर इसमें संशोधन करने पर निर्णय हुआ।

भाजपा सरकार ने रखी एचपीसीएल के सामने अलग शर्ते

भाजपा सरकार ने इस प्रोज्क्ट में सरकार की भागिदारी बढाने और बिना ब्याज के लोने देने से मना करते हुए दो बार अलग- अलग कंसलटेंट फर्मों से समझौते की शर्ते रिपोर्ट तेयार करवाई गई। इस रिपोर्ट को प्रदेश सरकार ने एचपीसीएस को सौंपा, जिस पर कंपनी ने अभी अपनी मशां जाहिर नही की हैं।